उज्जैन में बाबा महाकाल के साथ साथ विराजमान हे 84 महादेव
उज्जैन विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग तो विश्व प्रसिद्ध हे ही परन्तु यहाँ महाकाल के साथ साथ ८४ महादेव भी विराजमान हे जो इस उज्जैयिनी तीर्थ नगरी के महत्त्व को बढा देते हे वाही जो लोग इन ८४ महादेव के दर्शन कर लेते हे वे समस्त पापो से मुक्त होकर मोक्ष को प्राप्त हो जाते है| श्रवण माह के पुरुषोत्तम मास (अधिकमास) के पवन पर्व पर इन ८४ महादेव के दर्शन करने का महत्त्व और पुन्य अधिक बढ़ जाता है| पूरे विश्व में उज्जैन एक मात्र ऐसा स्थान है, जहां बाबा महाकाल के साथ 84 महादेव विराजते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां दर्शन-पूजन से 84 लाख योनियों के समस्त दोष दूर हो जाते हैं। अधिकमास में यहां दर्शन-पूजन का विशेष विधान है।धार्मिक नगरी उज्जैन को देवों की नगरी भी कहा जाता है। यह विश्व का एक मात्र ऐसा स्थान है, जहां पर विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के साथ अति प्राचीन भगवान शिव के 84 मंदिर हैं| 84 महादेव की महिमा अपरंपार है, जिनका नाम लेने मात्र से ही विशेष फल की प्राप्ति होती है।श्रावण मास और अधिकमास में 84 महादेव की पूजा-अर्चना और दर्शन का विशेष महत्व होता है। यही कारण है कि बाबा महाकाल के साथ ही 84 महादेव मंदिरों पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान का पूजन-अर्चन करने पहुंच रहे हैं।स्कन्द पुराण के अनुसार, मनुष्य 84 लाख योनियों का भ्रमण करते हुए मानव योनि में आता है। मानव योनि में आने के बाद में 84 लाख योनियों के भ्रमण में हमसे जो भी दोष हुआ हो, तो इन 84 महादेव के दर्शन करने से सारे दोषो का निराकरण होता है। ऐसा कहा जाता है कि प्रलय होने पर 84 महादेव ही अचल रहेंगे।
यह हैं 84 महादेव मंदिरों के नाम जिनको मोक्षवाणी के माध्यम से आपको उनके दर्शन, महत्त्व और महिमा की यात्रा करायी जाएगी
- श्री अगस्त्येश्वर महादेव
- श्री गुहेश्वर महादेव
- श्री ढूंढ़ेश्वर महादेव
- श्री डमरुकेश्वर महादेव
- श्री अनादिकल्पेश्वर महादेव
- श्री स्वर्णजालेश्वर महादेव
- श्री त्रिविष्टपेश्वर महादेव
- श्री कपालेश्वर महादेव
- श्री स्वर्गद्वारेश्वर महादेव
- श्री कर्कोटकेश्वर महादेव
- श्री सिद्धेश्वर महादेव
- श्री लोकपालेश्वर महादेव
- श्री कामेश्वर महादेव
- श्री कुटुम्बेश्वर महादेव
- श्री इन्द्रद्युम्नेश्वर महादेव
- श्री ईशानेश्वर महादेव
- श्री अप्सरेश्वर महादेव
- श्री कलकलेश्वर महादेव
- श्री नागचण्डेश्वर महादेव
- श्री प्रतिहारेश्वर महादेव
- श्री कुटुम्बकेश्वर महादेव
- श्री कर्कटेश्वर महादेव
- श्री मेघनादेश्वर महादेव
- श्री महालयेश्वर महादेव
- श्री मुक्तेश्वर महादेव
- श्री सोमेश्वर महादेव
- श्री अनरकेश्वर महादेव
- श्री जटेश्वर महादेव
- श्री रामेश्वर महादेव
- श्री च्यवनेश्वर महादेव
- श्री खण्डेश्वर महादेव
- श्री पत्तनेश्वर महादेव
- श्री आनंदेश्वर महादेव
- श्री कन्थडेश्वर महादेव
- श्री इंद्रेश्वर महादेव
- श्री मार्कण्डेश्वर महादेव
- श्री शिवेश्वर महादेव
- श्री कुसुमेश्वर महादेव
- श्री अक्रूरेश्वर महादेव
- श्री कुण्डेश्वर महादेव
- श्री लुम्पेश्वर महादेव
- श्री गंगेश्वर महादेव
- श्री अंगारेश्वर महादेव
- श्री उत्तरेश्वर महादेव
- श्री त्रिलोचनेश्वर महादेव
- श्री वीरेश्वर महादेव
- श्री नूपुरेश्वर महादेव
- श्री अभयेश्वर महादेव
- श्री पृथुकेश्वर महादेव
- श्री स्थावरेश्वर महादेव
- श्री शूलेश्वर महादेव
- श्री ओंकारेश्वर महादेव
- श्री विश्वेश्वर महादेव
- श्री कंटेश्वर महादेव
- श्री सिंहेश्वर महादेव
- श्री रेवन्तेश्वर महादेव
- श्री घंटेश्वर महादेव
- श्री प्रयागेश्वर महादेव
- श्री सिद्धेश्वर महादेव
- श्री मातंगेश्वर महादेव
- श्री सौभाग्येश्वर महादेव
- श्री रुपेश्वर महादेव
- श्री धनु: साहस्त्रेश्वर महादेव
- श्री पशुपतेश्वर महादेव
- श्री ब्रम्हेश्वर महादेव
- श्री जल्पेश्वर महादेव
- श्री केदारेश्वर महादेव
- श्री पिशाचमुक्तेश्वर महादेव
- श्री संगमेश्वर महादेव
- श्री दुर्घरेश्वर महादेव
- श्री प्रयागेश्वर महादेव
- श्री चन्द्रादित्येश्वर महादेव
- श्री करभेश्वर महादेव
- श्री राजस्थलेश्वर महादेव
- श्री बडलेश्वर महादेव
- श्री अरुणेश्वर महादेव
- श्री पुष्पदन्तेश्वर महादेव
- श्री अविमुक्तेश्वर महादेव
- श्री हनुमत्केश्वर महादेव
- श्री स्वप्नेश्वर महादेव
- श्री पिंगलेश्वर महादेव,
- श्री कायावरोहणेश्वर महादेव
- श्री बिल्वेश्वर महादेव
- श्री दुदुरेश्वर महादेव